परिचय:
भारतीय संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) भारतीय सरकार में विभिन्न संघों और अन्य सरकारी पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन करने के लिए एक महत्वपूर्ण संवैधानिक निकाय है। इसका संविदानिक गठन 1 अक्टूबर 1926 को हुआ था और इसका मुख्य उद्देश्य योग्य और पात्र उम्मीदवारों का चयन करके भारतीय सरकारी प्रशासनिक मंडल को मजबूत बनाना है। यह भारतीय सार्वजनिक प्रशासन की महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक के रूप में कार्य करता है।
UPSC परीक्षा का पाठ्यक्रम:
UPSC परीक्षा का पाठ्यक्रम विशाल और विस्तृत होता है, जिसमें कई विषय और विषयों की गहराईयों में अध्ययन की आवश्यकता होती है। इस पाठ्यक्रम को समझने के लिए विचारशील योजना और स्थिर प्रयास की आवश्यकता होती है।
1. प्रारंभिक परीक्षा:
प्रारंभिक परीक्षा में दो विषयों की परीक्षा होती है - सामान्य अध्ययन पेपर I और सामान्य अध्ययन पेपर II (CSAT)। प्रारंभिक परीक्षा का मुख्य उद्देश्य उम्मीदवारों की मुख्य परीक्षा के लिए चयन करना होता है।
2. मुख्य परीक्षा:
मुख्य परीक्षा की परीक्षा में नौ वर्णनात्मक पेपर होते हैं, जिनमें उम्मीदवारों की ज्ञान की गहराइयों को मापा जाता है। यह पेपर निबंध लेखन, भाषा समझ, सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषयों को सम्मिलित करते हैं। मुख्य परीक्षा उम्मीदवारों की विभिन्न विषयों पर समग्र समझ और उनकी विचारशीलता की क्षमता की मूल बुनियाद की मूल बुनियाद की मूल बुनियाद की आकंक्षा होती है।
3. व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार):
आखिरी चरण में व्यक्तित्व परीक्षण होता है, जिसे आमतौर पर साक्षात्कार कहा जाता है। विशेषज्ञों की पैनल उम्मीदवारों की व्यक्तिगत गुण, अंतर्व्यक्तिगत कौशल और सार्वभौमिकता की जांच करता है। साक्षात्कार का उद्देश्य उम्मीदवारों की जागरूकता, दृष्टिकोण और विभिन
्न मुद्दों पर उनकी गहराई की मूल बुनियाद की मूल बुनियाद की मूल बुनियाद की जांच करना होता है।
UPSC की तैयारी:
UPSC परीक्षाओं की तैयारी में समर्पण, अनुशासन और एक समाग्र अध्ययन रणनीति की आवश्यकता होती है। उम्मीदवारों को समग्र सिलेबस को कवर करने की आवश्यकता होती है, जिसमें करंट अफेयर्स, इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और अन्य विषय शामिल होते हैं। प्रभावी समय प्रबंधन, नियमित अभ्यास, और मजबूत एक सामान्य अध्ययन की आवश्यकता होती है।
UPSC Sylllabus In Hindi | यूपीएससी सिलेबस हिंदी में
1. इतिहास:
महत्वपूर्ण बिंदुः
2. भूगोल:
महत्वपूर्ण बिंदुः
3. राजनीति और प्रशासन:
महत्वपूर्ण बिंदुः
4. अर्थशास्त्र:
महत्वपूर्ण बिंदुः
निष्कर्ष:
भारतीय संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) योग्यता और उत्कृष्टता के प्रियदर्शी और उदाहरण है, जिसमें निष्पक्षता और निष्पक्षता के सिद्धांतों का पालन किया जाता है। उसकी व्यापक परीक्षा प्रक्रिया उम्मीदवारों की जिज्ञासा, समर्पण और ईमानदारी की आवश्यकता को पूरा करने में सहायक होती है। जैसे ही उम्मीदवार UPSC परीक्षाओं की तैयारी की कठिन यात्रा पर निकलते हैं, उन्हें न केवल अपने स्वप्नों को पूरा करने का प्रयास करने की आवश्यकता होती है, बल्कि सार्वजनिक सेवा के माध्यम से राष्ट्रनिर्माण के उद्देश्य में भी योगदान करने की।
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